वो तेरा ख्याल ही है जो खूबसूरती ले आता है
वरना बाज़ारो मे लाली तो कब से बिका करती है
ये कमबख़्त अल्फाज़ अक्सर बिगाड़ देते है
खूबसूरती जज़्बात की
कलम को दिल से यूं मुकाबिल ना कर
कलम से एहसासो को यूं बयां ना कर
ये शौक तो आँखो के हिस्से आने दे
वरना बाज़ारो मे लाली तो कब से बिका करती है
ये कमबख़्त अल्फाज़ अक्सर बिगाड़ देते है
खूबसूरती जज़्बात की
कलम को दिल से यूं मुकाबिल ना कर
कलम से एहसासो को यूं बयां ना कर
ये शौक तो आँखो के हिस्से आने दे
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