बेवजह ही सही
अपनी वो नज़र दे दे
कि जीने के लिये
कुछ बहाने
झूठे ही सही
पर जरूरी होते है।
अपनी वो नज़र दे दे
कि जीने के लिये
कुछ बहाने
झूठे ही सही
पर जरूरी होते है।
ये बेचैनी हमे जीने नही देगी और बेचैनी चली गई तो शायद हम ही ना जी पाये तेरे इश्क मे सुकून कभी मिला ही नही बे-आरामी मे रहने की ये आदत ...
1 टिप्पणी:
Lovely !!
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