मंगलवार, 23 अक्तूबर 2012

गलतफहमी


दशहरे के दिन रावण को जलाकर
बुराई के खत्म होने की गलतफहमी
ई एम आई पर घर खरीदकर
उसके अपना होने की गलतफहमी
किसी के मुस्कुरा कर मिलने पर
उसके खुश होने की गलतफहमी
एक दिन बदलेगा देश
बदलेगी दुनिया
इस बात की गलतफहमी
वो देश को करा गये आज़ाद
क्योकि उनको भी थी गलतफहमी
उन्हे पता ना था
कि उनके आज़ाद देश मे
गर्भ में ही मरेंगी देवियां
नवरात्रि तो मनेगी
पर दहेज के लिये
रोज़ मरेंगी बेटियां
आज़ाद भारत
में भी बेकसूरो पर चलेगी
कसाब जैसो की गोलियां
वो भी जिये
आज़ादी दिलवाने की
गलतफहमी मे
हम भी जी रहे है
आज़ाद होने की
गलतफहमी में







1 टिप्पणी:

JIGNASA PATEL ने कहा…

UT,आप romantic के अलावा भी बहोत अच्छा लिखते है। इसे बरकरार रखिए...बहुत ही अच्छा लिखा है...गलतफहमी में...

उफ ये बेचैनी

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